Wednesday, December 12, 2018

परिचय

परिचय

नाम है मेरा एच एन सिंह 
सरनेम है सोलंकी
कुछ लोग कहते हैं हरीश |
काम करता हूँ स्वास्थ सम्बन्धी ,
इसलिए प्यार करते हैं मुझसे मरीज | |
  •  
सोला + अंकी = सोलंकी, याने
सोलह आने सही बात करने और
सही काम करने वाला सोलंकी |
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तलवार नहीं उठाते सच्चे सोलंकी,
सिर्फ हल और कलम ही चलते हैं |
वे कोई और होंगे जो मानवता को खून से
चिकने पत्थरों को दूध से नहलाते हैं | |
  •  
कल्पनाओं की उड़ान नहीं उड़ता मैं ,
हकीकतों के इतिहास लिखता हूँ |
छुपा राखी हैं असलियतें, उन्हीं के
उजागर दुस्साहस लिखता हूँ |  |
  •  
वक्त मिले कभी देख लेना - सुन लेना
मैं शोले  उगलता हूँ |
मैं क्रोध की आग, लिए फिरता हूँ  |
कठोर वाणीमैं राग,लिए फिरता हूँ | |

कुदरत ने दी है मुझे, कठोर वाणी,
इसलिए व्यंग बाण लिए फिरता हूँ | |

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