यार मेरे
अभी अभी तो साथ मिला है यार मेरे |
उम्मीदों का एक फूल खिला है यार मेरे | |
देख के दूरी मंजिल की घबराना नहीं
अभी तो शुरू हुआ है सिलसिला यार मेरे |
कहने को बातें बहुत मगर मजबूरी है,
अभी वक्त का मुंह सिला है यार मेरे |
अब तो ऊब ही गए बेरूखी से उनकी ,
हमसे ऐसा क्या गिला है यार मेरे |
ठोकरों की भी हद होती है निर्मोहि,
दर्दों का यहाँ तो किला है यार मेरे |
आज वो भी चल दिए आए थे, जो मेहमान
विदाई में हाथ नहीं दिल हिला है यार मेरे |
उम्मीदों का एक फूल खिला है यार मेरे | |
देख के दूरी मंजिल की घबराना नहीं
अभी तो शुरू हुआ है सिलसिला यार मेरे |
कहने को बातें बहुत मगर मजबूरी है,
अभी वक्त का मुंह सिला है यार मेरे |
अब तो ऊब ही गए बेरूखी से उनकी ,
हमसे ऐसा क्या गिला है यार मेरे |
ठोकरों की भी हद होती है निर्मोहि,
दर्दों का यहाँ तो किला है यार मेरे |
आज वो भी चल दिए आए थे, जो मेहमान
विदाई में हाथ नहीं दिल हिला है यार मेरे |
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